इमामगंज थाना के नेहुता पहाड़ी के तलहट्टी से चुआवार-रानीगंज मुख्य सड़क पर उपेन्द्र नाथ वर्मा इंटर कालेज में अनुसेवक के पद पर कार्यरत कमलेश का रविवार कोशव मिलने से इलाके में अशांती फैल गयी । जिसके विरोध में स्थानीय नेताओं के नेतृत्व में ग्रामीणों ने शेरघाटी-बांकेबाजार-इमामगंज सड़क मार्ग को जाम कर दिया। कहा जाता है कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) ने शुक्रवार की रात कमलेश का बांकेबाजार के जुरी गांव से अपहरण कर लिया था। घटना स्थल पर नक्सलियों द्वारा छोड़े गये पोस्टर में मृतक कमलेश पर एसपीएम, आरसीसी समर्थक एवं पुलिस मुखबिर होने का आरोप है। पोस्टर में कमलेश को शंभू यादव हत्या में आरोपी बताया गया है।
सड़क-जाम में शामिल जिला परिषद अध्यक्ष कुमारी शोभा सिन्हा, उपेन्द्र नाथ वर्मा इंटर कालेज, इंटवा बांकेबाजार के प्राचार्य राधेश्याम प्रसाद, जिला परिषद पुष्पलता देवी व मुसाफिर पासवान, मुखिया उपेन्द्र प्रसाद, जद यू प्रखंड अध्यक्ष ब्रजेश कुमार आदि ने मृतक के परिजन को 10 लाख की मुआवजा, विधवा को सरकारी नौकरी, एक यूनिट इंदिरा आवास, हत्याकांड में शामिल अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी, कालेजकर्मियों की सुरक्षा तथा लापरवाह पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने की मांग की है ।
धरना स्थल पर शाम 4 बजे एसडीओ राजेन्द्र चौधरी व डीएसपी रंजन कुमार व अन्य पहुंचे। सड़क जाम हटाने के सवाल पर पुलिस व आंदोलनकारियों के बीच हाथापाई हुयी। अधिकारियों ने इंदिरा आवास व पारिवारिक लाभ योजना की स्वीकृति देने का आश्वासन पीड़ित परिवार को दिया है ।
कमलेश के पैतृक गांव सलवार और ससुराल बेचुबिगहा में मातमी सन्नाटा पसरा है। एक गरीब किसान तुलसी महतो के ज्येष्ठ पुत्र कमलेश किसी तरह मैट्रिक पास कर एक दशक पूर्व बांकेबाजार रोजी-रोटी की तलाश में आया था। वित्त रहित कालेज में मामुली मानदेय पर बतौर अनुसेवक के रूप में कार्यरत था।
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