Tuesday, November 24, 2009

शहर किस क़दर अपना है ....






हिंदी और मगही के अनूठे गीतकार पण.नर्मदेश्वर पाठक यानी अपने बाबा के साथ
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noted urdu scholar Nawak hamzapuri
with young hindi writer shahroz

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